महाराष्ट्र की एक अदालत ने डिजाइनर अनिक्षा जयसिंघानी को सोमवार को जमानत दे दी। अनिक्षा को उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता को कथित तौर पर रिश्वत की पेशकश करने और उनसे 10 करोड़ रुपये की उगाही का प्रयास करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश डीडी अलमाले ने अनिक्षा की जमानत याचिका मंजूर कर ली।अमृता फडणवीस की शिकायत पर 20 फरवरी को दक्षिण मुंबई के मालाबार हिल पुलिस थाने में मामला दर्ज किए जाने के बाद पुलिस ने अनिक्षा को 16 मार्च को गिरफ्तार किया था। पुलिस के अनुसार डिजाइनर पर आरोप है कि अनिक्षा ने उनसे 10 करोड़ रुपये की मांग की। वहीं, अनिक्षा ने सभी आरोपों से इनकार किया था।जमानत याचिका में अनिक्षा ने दावा किया था कि उसके खिलाफ प्राथमिकी (प्रथम सूचना रिपोर्ट) मनगढ़ंत और काल्पनिक तथ्यों पर आधारित है, ताकि उसे गलत तरीके से फंसाया जा सके। वकील मनन संघाई के जरिए दायर जमानत याचिका में कहा गया था कि आवेदक की गिरफ्तारी और उसके बाद उसे पुलिस हिरासत में भेजना संविधान के सिद्धांतों और सीआरपीसी की प्रक्रिया का पूरी तरह से उल्लंघन है।अदालत ने संदिग्ध सट्टेबाज अनिल जयसिंघानी को सोमवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। उन्हें पिछले सप्ताह गुजरात से उसके चचेरे भाई निर्मल जयसिंघानी के साथ गिरफ्तार किया गया था। दोनों को सोमवार को रिमांड की अवधि समाप्त होने पर अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश डी डी अलमाले के समक्ष पेश किया गया।अमृता की शिकायत के आधार पर पुलिस ने अनिक्षा और उसके पिता अनिल जयसिंघानी के खिलाफ मामला दर्ज किया था। उनके खिलाफ साजिश, जबरन वसूली से संबंधित आईपीसी की धाराओं और भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने दावा किया कि अनिल जयसिंघानी के खिलाफ 17 मामले लंबित हैं, जिन्हें गुजरात से गिरफ्तार किया गया था और वह वर्तमान में न्यायिक हिरासत में हैं।