पत्रकार हामिद अली खां
बरेली। आज बतारीख़ 26 सितंबर बरोज़ मंगल मुताबिक 10 रबीउल अव्वल शरीफ़ को उर्स के तीसरे दिन का आग़ाज़ सुबह कुरान ख्वानी से हुआ।
इसके बाद दरगाह शरीफ़ पर फातिहा ख्वानी हुई और देश-विदेश से आए हुए ज़ायरीन के लिए लंगर शुरू कर दिया गया।
मज़ारे पाक पर ज़ायरीन का बंधा तांता
उर्स में आए हुए ज़ायरीन का मज़ारे पाक पर हाज़िरी व चादर पोशी के लिए मुसलसल तांता लगा हुआ है, ज़ायरीन चादर पोशी व गुल पोशी कर रहे हैं और अपनी अपनी मुरादें मांग रहे हैं और अल्हुमदोलिल्लाह दरबारे शाह शराफ़त से सभी मंगताओं चाहने वालों की सभी नेक तमन्नाएं, मुरादें पूरी हो रही हैं, फैज़ाने शाह शराफ़त से खूब मालामाल हो रहे हैं।
चादर शरीफ़ के जुलूसों की आमद जारी
उर्से शराफ़ती के पहले दिन से ही हज़ारों की तादाद में अकीदतमंद रोज़ाना आस-पास के सभी ज़िलों से चादर शरीफ़ के जुलूस लगातार आ रहे हैं।
उर्स के तीसरे दिन चादर शरीफ़ के जुलूसों का सिलसिला काफ़ी तादाद में बढ़ गया, आज मुरादाबाद, पाकवादा, रामपुर, शहज़ादपुर, नया गांव, गनीमत नगर, चमरौआ, खय्या, आदम पुर, मिलक, फतेहगंज इसके अलावा बिथरी चैनपुर, केसर पुर, शाहबाज़पुर, कल्याणपुर, आदि जगहों से हज़ारों अकीदतमंदों के बड़े-बड़े काफ़िले पैदल चलकर बरेली दरगाह शरीफ पहुंचे।
रास्ते में जगह-जगह जुलूसों का इस्तकबाल हुआ और सभी अकीदतमंद नात शरीफ़ अदब ओ एहतिराम के साथ पढ़ते हुए आए।
सभी ने दरगाह शरीफ़ आकर हाज़िरी दी और मज़ार ए पाक पर चादर पोशी व गुलपोशी की।
मुंबई से ट्रेन में आया बड़ा सक़लैनी कारवाँ
हर साल की तरह इस साल भी उर्स ए शराफ़ती में शिरकत करने के लिए महाराष्ट्र के मुंबई से आया बड़ा सकलैनी कारवाँ। आज उर्स के तीसरे दिन मुंबई से चलकर लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस द्वारा एक बहुत बड़ा सकलैनी कारवां बरेली पहुंचा। रास्ते में भोपाल, ग्वालियर,आगरा से भी बड़ी तादाद में ज़ायरीन इस कारवां में शामिल हुए, रास्ते भर ट्रेन में सभी ज़ायरीन तस्बीहात, नात ख्वानी करते हुए आए इसके अलावा ज़ायरीन के खाने-पीने की व्यवस्था में वोलेनियर्स भी साथ में मौजूद रहे जो कारवां में शामिल ज़ायरीन की देख-भाल में अपनी ज़िम्मेदारी अदा करते रहे।
इस कारवां में खास तौर पर हनीफ वडाला सकलैनी, अहसान खान सकलैनी, सूफियान सकलैनी, मालेगांव से अफज़ल सकलैनी, रफीक़ सकलैनी, मतीन सकलैनी, फीरोज़ सकलैनी, भोपाल से नूरुद्दीन सकलैनी, हाफ़िज़ मुबीन सकलैनी, यूसुफ सकलैनी वगरेह कारवाँ की निगरानी में मौजूद रहे।
बरेली पहुंचने पर हज़रत शाह सकलैन एकेडमी की जानिब से सकलैनी कारवाँ का बरेली जंक्शन पर ज़ोरदार स्वागत हुआ और जंक्शन से ये काफ़िला पैदल दरगाह शरीफ पर आया इस मौक़े पर हाजी इंतज़ार हुसैन, मुंतासिब सकलैनी, हाजी लतीफ़ सकलैनी, मन्ना सकलैनी, रिज़वान सकलैनी, निज़ाम सकलैनी, तनवीर सकलैनी, यावर सकलैनी, आफताब सकलैनी, जाने आलम सकलैनी, मुकीत सकलैनी, असदक सकलैनी, ताज़ीम सकलैनी वगैरह शामिल रहे।