गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को सत्ता में लाने को दो शर्मा बंधु जमकर मेहनत कर रहे हैं, पार्टी के कई नेता पिछले चुनावों की तरह खुलकर बयानबाजी करना चाहते हैं लेकिन आलाकमान ने उन्हें चुप रहने की नसीहत दी है। कांग्रेस को विश्वास है कि शहरी क्षैत्र में भाजपा की सुरक्षित सीटों में सेंध लग रही है वहीं ग्रामीण क्षैत्रों में लोग भाजपा को पहले की तरह समर्थन नहीं करेंगे।
राजस्थान के पूर्व मंत्री एवं गुजरात कांग्रेस के प्रभारी डॉ रघु शर्मा का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत सारे केंद्रीय मंत्री गुजरात में डेरा जमाए हैं। अच्छा होता ये मंत्री कोरोना महामारी के दौरान गुजरात में आए होते तो लोगों का भला होता और कोरोना के कारण मरने वालों की संख्या 3 लाख तक नहीं पहुंचती। उनका कहना है कि इस चुनाव में मुद्दों पर बात होनी चाहिए, प्रदेश में कांग्रेस व भाजपा ने लगभग बराबर समय तक राज किया है इसलिए दोनों के काम की समीक्षा भी की जानी चाहिए। राज्य में महंगाई एवं बेरोजगारी बड़ा मुद्दा है तथा महिलाएं एवं युवा वर्ग इनसे परेशान है।डॉ शर्मा ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक बड़े उद्देश्य से भारत जोड़ो यात्रा कर रहे हैं, उसका कोई राजनीतिक हेतु नहीं है। भारत जोड़ो यात्रा गुजरात में आती तो यात्रा के बहाने राजनीति करने का आरोप लगता लेकिन अब यात्रा का उद्देश्य स्पष्ट हो गया है जो देश को एकता के सूत्र में बांधने का है। उन्होंने कहा कि मेट्रो ट्रेन गुजरात में अब शुरू हुई है लेकिन राजस्थान के जयपुर में वर्षों से चल रही है। उनका कहना है गुजरात काआदिवासी अभी भी पिछडा है उनको मूलभूत सुविधा भी नहीं मिल पाई है।कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता का दावा है कि अब तक भाजपा को अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा, राजकोट, जामनगर, भावनगर , जूनागढ एवं गांधीनगर महानगर पालिका की करीब 55 सीटों में से भाजपा 42 से अधिक सीटें आसानी से जीत लेती थीं लेकिेन इस बार शहरी सीटों में सेंध लगेगी। चुनाव में भाजपा के कोई भी गलत आरोप नहीं टिक रहे हैं इसलिए खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर सभा में मुद्दा बदल रहे हैं। आलोक शर्मा ने माना है कि आम आदमी पार्टी जिन सीटों पर 10 फीसदी से कम वोट हासिल करेगी उसका नुकसान कांग्रेस को होगा लेकिन आप का वोट प्रतिशत 10 से अधिक होता है तो उसका नुकसान भाजपा को होगा। उनका आरोप है कि मीडिया से गुजरात के असल मुद्दे गायब हैं।गुजरात विधानसभा के हर चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की बयान काफी चर्चा में रहे लेकिन इस बार कांग्रेस की चुप्पी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी अखर रही है। मोदी ने भाजपा कार्यकर्ताओं को चेताया कि कांग्रेस इस बार साइलेंट प्रचार कर रही है। उधर पार्टी के कुछ बयानवीर नेता अभी भी बेलगाम बयानबाजी देने की तैयारी में हैं लेकिन पार्टी आलाकमान ने उन्हें इस बार चुप ही रहने को कहा है। एक नेता तो कहा कि उसे लिखित में ही बयान जारी करने दें लेकिन आलाकमान के एक सिपहसालार ने जब खरी खोटी सुनाई तब वे शांत हुए।