मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव और रामपुर विधानसभा उपचुनाव के नतीजों के बाद बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) सुप्रीमो मायावती की पहली बार प्रतिक्रिया सामने आईं है। यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने रामपुर में समाजवादी पार्टी की हार को बीजेपी के साथ आंतरिक मिलीभगत का परिणाम बताया। साथ ही, कहा कि मुस्लिम समुदाय को इसके बारे में बहुत कुछ सोचने की जरूरत है। मैनपुरी लोकसभा सीट और रामपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के नतीजे 08 दिसंबर को सामने आ गए। मैनपुरी सीट पर डिंपल यादव ने अपने प्रतिद्वंदी और भाजपा उम्मीदवार रघुराज सिंह शाक्य को 2.88 लाख मतों से हराया था। तो वहीं, आजम खान के गढ़ रामपुर सदर सीट पर पहली बार भारतीय जनता पार्टी ने सेंध लगाई है। रामपुर सदर से बीजेपी के आकाश सक्सेना ने सपा के उम्मीदवार असीम रजा को 34 हजार वोटों के अंतर हराया दिया था। उपचुनाव के सामने आए नतीजों पर बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने रविवार को अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया है। मायावती ने लिखा,
1. यूपी के मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में सपा की हुई जीत किन्तु रामपुर विधानसभा उपचुनाव में श्री आज़म ख़ान की ख़ास सीट पर योजनाबद्ध कम वोटिंग करवा कर सपा की पहली बार हुई हार पर यह चर्चा काफी गर्म है कि कहीं यह सब सपा व भाजपा की अन्दरुनी मिलीभगत का ही परिणाम तो नहीं?
— Mayawati (@Mayawati) December 11, 2022
यूपी के मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में सपा की हुई जीत किन्तु रामपुर विधानसभा उपचुनाव में श्री आज़म ख़ान की ख़ास सीट पर योजनाबद्ध कम वोटिंग करवा कर सपा की पहली बार हुई हार पर यह चर्चा काफी गर्म है कि कहीं यह सब सपा व भाजपा की अन्दरुनी मिलीभगत का ही परिणाम तो नहीं? तो वहीं, अपने दूसरे ट्वीट में मायावती ने लिखा, ‘इस बारे में ख़ासकर मुस्लिम समाज को काफी चिन्तन करने व समझने की भी ज़रूरत है ताकि आगे होने वाले चुनावों में धोखा खाने से बचा जा सके। खतौली विधानसभा की सीट पर भाजपा की हुई हार को भी लेकर वहाँ काफी सन्देह बना हुआ है, यह भी सोचने की बात है।’