साधना के कारण संघ दुनिया का सबसे बड़ा संगठन : प्रो. हरेश प्रताप सिंह

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प्रयागराज: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघआरएसएस लोक संपर्क लोक संग्रह तथा लोक संस्कार के बल पर पूरे हिन्दू समाज को 1925 से संगठित करने में लगा हुआ है। संघ ने सेवा के माध्यम से समाज के सभी लोगों के सुख.दुःख की हमेशा चिंता की। अपनी निरंतर साधना के कारण आज संघ दुनिया का सबसे बड़ा संगठन है।

यह बातें मुख्य वक्ता लोक सेवा आयोग के वरिष्ठ सदस्य प्रोफेसर हरेश प्रताप सिंह ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के गंगानाथ झा छात्रावास परिसर में विजयादशमी के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रयाग उत्तर भाग की ओर से आयोजित बौद्धिक कार्यक्रम में सम्बोधित करते हुए कही।

उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे समाज को संगठित संस्कारित कर भारत माता को वैभव के परम शिखर पर पहुंचने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि श्रमिकों नौजवानों, छात्रों, शिक्षकों, महिलाओं समेत समाज के विभिन्न क्षेत्रों में संघ ने सेवा और संस्कार के बल पर अपना मजबूत संगठन खड़ा कर रखा है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि विजयादशमी की पूर्व संध्या पर प्रतिज्ञा करें कि देश समाज और राष्ट्र के लिए जब भी उनकी जरूरत पड़ेगी वे संगठन के लिए समर्पित रहेंगे।

सीआरपीएफ के डीआईजी प्रभाकर त्रिपाठी ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम में शामिल होकर मुझे हार्दिक प्रसन्नता हुई। क्योंकि राष्ट्र के लिए जो कार्य हम लोग कर रहे हैं संघ के स्वयंसेवक भी उसी कार्य में लगे हैं। कश्मीर कि सुदूर पहाड़ियों में संघ के प्रयास से चलते हुए विद्यालयों को हमने स्वयं अपनी आंखों से देखा है। पूरे समाज के लिए संघ का यह कार्य अत्यंत सराहनीय है।

इसके उपरान्त घोष के साथ विशाल पथ संचलन निकाला गया। दंड सहित गणवेश धारी स्वयंसेवकों का यह पथ संचलन कटरा कचहरी एवं विश्वविद्यालय क्षेत्र में विशेष आकर्षण का केंद्र बना रहा। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सर गंगा नाथ झा छात्रावास प्रांगण से सोमवार की सायं घोष की सैनिक धुन के साथ पथ संचलन शुरू हुआ। भारत माता की जय के जोरदार उद्घोष के साथ सैनिकों की तरह कतारबद्ध दो पंक्तियों में कदम से कदम मिलते हुए स्वयंसेवक छात्रावास से निकलकर लक्ष्मी टॉकीज चौराहा से मुड़कर नेतराम चौराहे की और आगे बढ़े। नेतराम चौराहे पर पहुंचते ही पहले से खड़े नागरिकों ने पुष्प वर्षा कर पथ संचलन में शामिल स्वयंसेवकों का स्वागत किया। तत्पश्चात पथ संचलन विश्वविद्यालय चौराहा पहुंचा। वहां से मनमोहन पार्क की ओर मुड़कर पुनः नेतराम चौराहा होते हुए कचहरी रोड से आगे बढ़ता हुआ सर गंगा नाथ झा छात्रावास परिसर में पूर्ण हुआ। भाग प्रचारक राज्यवर्धन विश्वविद्यालय नगर कार्यवाह विभूति, एडवोकेट सतीश, वरुण आदि ने पथ संचलन के बीच यातायात व्यवस्था का संचालन किया।

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