मुम्बई, 25 जून (वजाहत, बशारत रफी) मायानगरी मुंबई इन दिनों कैंसर रोगियों का हब बन गया है। टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल में सस्ता और बेहतर इलाज के लिए लोग देश ही नहीं विदेशों से भी आते हैं। थोड़ी शारिरिक कठिनाइयों के साथ रोगी का इलाज सस्ता व बेहतर संभव तो है लेकिन रेहाईश काफी महंगा है। इसके लिए बहुत सारी संस्थाएं मुफ्त अथवा कम खर्च पर रेहाईश का इंतेजाम करती है। * सीमांचल खिदमत फाउंडेशन * भी इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए काम करती है लेकिन संस्था के सचिव नौशाद आलम (छोटू) का कहना है कि हमारे पास फंड की कमी है इसलिए हम टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल में फुटपाथ पर जीवन बिताने वाले का कष्ट नहीं बांट पाते लेकिन मैं हर संभव प्रयास करता हूं कि जो भी सेवा बन पड़े मैं करता रहूंगा। संस्था के अध्यक्ष मो0 रेहान और कोषाध्यक्ष दाऊद सिद्दीकी के साथ सभी सदस्य सिमांचल खिदमत फाउंडेशन के बैनर तले इंसानियत की खिदमत के लिए तत्पर हैं।