माघ मेला में आयोजित समाजवादी चिंतन शिविर में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर का जन्मदिवस किसान दिवस के रूप में मनाया गया। देश के किसान और नौजवान बहुत ही संकट में है। ऐसे में किसानों और नौजवानों को कर्पूरी ठाकुर के जीवन की सादगी से प्रेरणा लेकर देश और जनतन्त्र को बचाने के लिए संघर्ष करना होगा उक्त बात समाजवादी चिंतन शिविर के संयोजक अवधेश आनद ने कही।आगे अवधेश आनंद ने कहा कि यह शिविर छोटे लोहिया जनेश्वर मिश्र के विचारों और श्रधेय मुलायम सिंह यादव के संघर्षों से प्रेरणा लेकर शुरू की गयी। चिंतन शिविर की शुरुआत 2006 में तत्कालीन सांसद धर्मेंद्र यादव ने किया और समापन स्वतः छोटे लोहिया जनेश्वर मिश्र ने किया था।
शिविर की अध्यक्षता करते हुऐ लोकतंत्र सेनानी अध्यक्ष मध्यप्रदेश और मीसा बंदी रामनरेश सिंह ने कहा कि आज राजनीति में इतनी गिरावट आ गई है कि लोकतंत्र का भविष्य सुरक्षित नही है। शिविर में बोलते हुवे रामलखन ने कहा कि दवाई, पढ़ाई और सिंचाई मुप्त करने की बात कही। ट्रेड यूनियन नेता ने बोलते हुवे पेंशन की मांग की। इस अवसर पर कामरेड हरीशचन्द्र द्विवेदी ट्रेंड यूनियन नेता योगेंद्र पांडये,राजेश यादव राजू,, अनंत बहादुर सिंह,अभिनव प्रकाश, कुंज बिहारी नेति, श्रीराम लखन यादव पूर्व चेयरमैन झूसी, निशा शुक्ला,गुड्डू द्विवेदी,वीरेंद्र सिंह यादव, रामसेन,रतनलाल, शिव प्रजापति आदि लोग उपस्थित रहे।
माघ मेला में आयोजित समाजवादी चिंतन शिविर में कर्पूरी ठाकुर का जन्मदिवस किसान दिवस के रूप में मना
RELATED ARTICLES