मुरादाबाद (हि.स.)। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा नवरात्रि एवं रामनवमी धूमधाम से मनाने का लोकसभा में विरोध कर रहे मुरादाबाद मंडल के सांसद डॉ शफीकउर्रहमान बर्क (संभल) व डॉ एसटी हसन (मुरादाबाद) पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुरादाबाद के समाजसेवी एवं शिक्षाविद् पवन जैन ने दोनों सांसद भारतीय संस्कृति से अनभिज्ञ हैं।
पवन जैन ने कहा कि हमारे देश में संस्कृति, वैज्ञानिक अनुसंधान एवं ललित कला सम्बन्धी विविध गतिविधियों के संवर्धन एवं सम्यक समन्वय हेतु सन् 1957 में ‘इन्डोलाॅजी, संस्कृति एवं साइन्टिफिक रिसर्च’ नामक विभाग की स्थापना की गई। 1975 में विभाग का नाम सांस्कृतिक कार्य विभाग रखा गया, जिसे बाद में संस्कृति विभाग की संज्ञा दी गई।
शिक्षाविद पवन जैन ने आगे कहा कि यह सांस्कृतिक मंत्रालय भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देकर अपना कार्य कर रहा है। इस समय पूरा विश्व भारतीय संस्कृति को अपना रहा हैं दुर्भाग्य की बात है कि मुरादाबाद मंडल के मुरादाबाद लोकसभा से सांसद डॉ एसटी हसन व संभल लोकसभा से सांसद डॉ शफीकुर्रहमान बर्क भारतीय संस्कृति से अनभिज्ञ हैं। इनका एकमात्र कर्तव्य है कि सरकार के हर कार्य का विरोध करना, उसी की तहत वह संस्कृति मंत्रालय के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं कि प्रदेश में नवरात्रि और रामनवमी धूमधाम से मनाई जाए। उनका यह कहना कि सरकार एक समुदाय के लिए काम कर रही है बड़ा ही हास्यास्पद है। मैं सरकार का प्रवक्ता तो नहीं हूं, लेकिन एक जागरूक नागरिक अवश्य हूं। पूर्ववर्ती सरकारों द्वारा हज हाउस बनाए गए, सरकारों द्वारा हज सब्सिडी दी गई तब इन लोगों का यह कष्ट सामने नहीं आया कि मुस्लिमों को यह सुविधाएं क्यों दी जा रही है।