मीरजापुर,(हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से मझवां विकास खंड के कछवां में बुधवार को पथ संचलन किया गया। निर्धारित गणवेश में वाद्य यंत्रों की धुन पर स्वयंसेवक चले तो मार्ग में लोगों ने पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया।
पंडित रामकिंकर पार्क कछवां पर आयोजित कार्यक्रम में बौद्धिक संतोषजी ने कहा कि हजार वर्षों के संघर्ष के बाद भारत को स्वाधीनता मिली है। इस स्वतंत्रता का उद्देश्य चिर पुरातन राष्ट्र को पुन: वैभवशाली बनाना है। पूरे भारतवर्ष को एक समाज के रूप में प्रतिष्ठित करना संघ की सोच है। संघ इसी के लिए नित्य साधना कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक समाज, राष्ट्र और जनसमूह को अपना इतिहास ठीक प्रकार से समझना चाहिए। जो समाज या राष्ट्र अपने इतिहास की गलतियों से सीख नहीं लेता, उसका अस्तित्व समाप्त हो जाता है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने इतिहास की गलतियां दोबारा न हों, इसके लिए संघ की स्थापना की थी।जिला बौद्धिक प्रमुख खंड कारवां विवेक, खंड प्रचारक रविंद्र, विंध्याचल विभाग मुख्य मार्ग प्रमुख रविंद्र, विंध्याचल विभाग सामाजिक समरसता प्रमुख सतीश, जिला समरसता प्रमुख सुदामा आदि स्वयंसेवकों के साथ पथ संचलन में प्रतिभाग किया।